दुनिया को बताओ
आज तुम्हारा पचास।
भर लो दिल में खुशियों का अहसास
आज तुम्हारा पचास।
खेलने दो हवाओं को अपने बालों से बेहिसाब,
झटक के कंधों को, छंदों को बुलाओ अपने पास,
सुनहरे बालों पे सूरज कि झिलिक को न छुपाओ आज,
तुम्हारा आज पचास।
बे-तुक की बातों को दिल से get-out कर दो।
पचास वाला दिल को आज मतवाला कर लो।
दुनिया की चहल-पहल से तनिक अलग हट लो।
दिमाग को झकझोर कर पचास सालों की कुछ सुनहरी यादें चुन लो।
हो आषाढ़, या फिर सावन, या बैशाख,
हर मौसम के सूरज से रु-ब-रू होने का,
रखो अ-मिट विश्वास।
Amul chocolate की मिठास भर कर फिर हो जाए
तुम्हारा पचास।
Dutta केन्टीन के पत्ते के दोने में भरा सिंघाड़े के साथ फिर हो जाए
तुम्हारा पचास।
हमारे उस छोटे से कसबे के दिनों के साथ फिर हो जाए,
खतो में बन्द वो सारे अन्दाज लिए फिर हो जाए,
Kawasaki बाईक पे बैठ जमशेदपुर के रास्तों पर चलते हुए, फिर हो जाए,
तुम्हारा पचास।
Grow old with me, the best is yet to be-
इन पंक्तियों के सफर की शुरुआत हो जाए आज।
पचासि की ओर बढ़ चले बे-फिक्र,
तुम्हारा पचास।
१९ अक्टूबर २०१९
पत्नी की पचासवीं वर्षगांठ पर
बेहतरीन 🙂 50साल पर याद नहीं है कि पहले कुछ पढ़ा हो ।🙂👍
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Bahut Shukriyaa. 🙂
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